> परमात्मा और जीवन"ईश्वर के साथ हमारा संबंध: सरल ज्ञान और अनुभव

यह ब्लॉग खोजें

बुधवार, 4 सितंबर 2013

subhashit vichar(shubh vichar/auspicious views)










जॆसे हमारे विचार होते हैं वेसी ही हमारी शारीरिक स्थिति होती हैं हम चाहें कि दोनों एक दुसरे के विपरीत हो यह असम्भव हैं। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अगर आपको मेरी post अच्छी लगें तो comment जरूर दीजिए
जय श्री राधे

Featured Post

लघु गीता अध्याय 4

                          लघु गीता अध्याय 4 भगवान कृष्ण ने कहा कि कई बार मैंने धर्म स्थापना हेतु और पापियों के नाश करने के लिए जन्म लिए, ताक...