/ "ईश्वर के साथ हमारा संबंध: सरल ज्ञान और अनुभव: जून 2016

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मंगलवार, 21 जून 2016

शांति और परम आंनद चाहते हो तो?

                                                       अगर जीवन में शांति और परम आंनद चाहते हो तो क्या करो ?



उन मनुष्यो का संग करो , अधिक से अधिक उनके साथ रहने और उनके निकट होकर उनकी सेवा करने  में बिताओ जिनका हृदय परम शांति और परम आनंद के सागर रूपी भगवान  में डूबा हुआ हैं। उनके संग से , लगातार के सत्संग से तुम्हारे ह्रदय से भगवान का सम्बन्ध जुड़ जायेगा। फिर तुम्हारे ह्रदय के द्वार भी परम शांति और आनंद के लिए खुल जायेंगे। अगर ऐसे महापुरुष  से मिलना संभव न हो तो उनके द्वारा लिखे पुस्तक और लेख को पढो। चैनल  द्वारा सत्संग को अपनाओ। जो भी बात अच्छी लगे उसे जीवन में उतारने  का प्रत्यन करो। जरुरी नहीं कि  महापुरषो के द्वारा कही गयी सभी बातों को अपनाओ किसी भी एक विचार को अपनाने की कोशिश में लग जाओ। ऐसे महापुरुष जगत में सर्वत्र शांति और आनंद का प्रवाह ही बहाया करते हैं। उनको कोई लोभ नहीं होता, कोई लालच नहीं होता , स्वार्थ नहीं  होता। जब  ऐसे महापुरषो का आपको संग मिल जाता हैं तो फिर जहाँ शोक , अशांति , विषाद और भय होता हैं उसकी जगह शांति और आनंद  पहुंच जाने से अंधकार का नाश हो जाता हैं अत्युज्जवल आनंद और शांति की चांदनी फैल जाती हैं। 
पर यह निर्णय आपको करना होगा कि ऐसा महापुरुष कौन हैं जो आपको सही मार्ग दिखा सकता हैं। 

जय श्री राधे।।

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