/ "ईश्वर के साथ हमारा संबंध: सरल ज्ञान और अनुभव: जुलाई 2013

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सोमवार, 29 जुलाई 2013

 घरेलू नुस्खे 
नींबू : गुण में मीठा, स्वाद में खट्टा



* सुबह-शाम एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर पीने से मोटापा दूर होता है। 

* बवासीर (पाइल्स) में रक्त आता हो तो नींबू की फाक में सेंधा नमक भरकर चूसने से रक्तस्राव बंद हो जाता है।

* आधे नींबू का रस और दो चम्मच शहद मिलाकर चाटने से तेज खाँसी, श्वास व जुकाम में लाभ होता है। 

* नींबू ज्ञान तंतुओं की उत्तेजना को शांत करता है। इससे हृदय की अधिक धड़कन सामान्य हो जाती है। उच्च रक्तचाप के रोगियों की रक्तवाहिनियों को यह शक्ति देता है। 

* एक नींबू के रस में तीन चम्मच शकर, दो चम्मच पानी मिलाकर, घोलकर बालों की जड़ों में लगाकर एक घंटे बाद अच्छे से सिर धोने से रूसी दूर हो जाती है व बाल गिरना बंद हो जाते हैं। 

* एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर सेंधा नमक मिलाकर सुबह-शाम दो बार नित्य एक महीना पीने से पथरी पिघलकर निकल जाती है। 

* नींबू को तवे पर रखकर सेंक लें (दो भाग करके)। उस पर सेंधा नमक डालकर चूसें। इससे पित्त की दिक्कत खत्म होती है।


अपने गुणों को महत्व दें

                अपने गुणों को महत्व दें 

आप अपने गुणों को स्वंय महत्व नहीं देते ,तो यह मत सोचिएगा कि कोई मसीहा आएगा और मेरे टैलेंट को देखकर मुझे फर्श से अर्श पर पहूँचाएगा इस गलत धारणा को ख़त्म कीजिए ,क्योंकि एक ही व्यक्ति आपका उद्धार कर सकता हैं ,और एक ही व्यक्ति आपको बर्बाद कर सकता हैं-वह आप स्वयं हैं . ऐसे बहुत से उदाहरण है जिनमे लोग बेहतरीन स्कूल ,कॉलेज  में पढ कर भी भयंकर तथा गेरकानुनी  गतिविधियों मे फँस गए ,तथा बहुत साधारण स्कूल,कालेजो में पढ़कर भी दुनियां के आकाश का चमकता सितारा बने . 
इसका मतलब यह नहीं जो अच्छे नंबर लेकर पास हुएं हैं ,वो बेकार हैं ,वो अच्छे हैं . पर जिन्हें टॉप  कॉलेजो में दाखिला नहीं मिला वो यह न समझे कि वो बेकार हैं . इस संसार में हम सभी को कभी-न-कभी ,किसी-न-किसी जगह अच्छा प्रदर्शन करने का मौका मिलता हैं . 
जिस जगह भी प्रकति ने आपको विराजमान किया हैं ,वहीँ आपका जीवन रूपी राकेट का लोंचिंग पैड होना चहिये . (लोंचिंग पैड वह जगह होती हैं जहाँ से रोकेट अन्तरिक्ष के लिए उड़ता हैं) . जरा इस बात पर  सोचिएगा . ॐ 

गुरुवार, 25 जुलाई 2013

जीवन में भगवान की कितनी जरूरत है!

कितनी जरुरत है जीवन मे भगवान की 

जितना भीगता है मन ,उतना ही निर्मल हो जाता है . प्रख्यात साहित्यकार जॆनेन्द्र कुमार के जीवन का एक उदाहरण है -जीवन के आखिरी समय मे उन्हें लकवा मार गया था ,बोलना भी मुश्किल था . तब जो भी उन के पास आता ,उसे देखकर उनकी आखों मे आंसू गिर जाते इससे मालूम हो जाता कि पहचान लिया एक बार गले मे बहुत अधिक कफ जमा हो गया ,डॉक्टर ने कहा अब ठीक होने की कोई उम्मीद नहीं है बस अपने भगवान को याद करो . तब पहली बार उनको लगा कि जीवन मे भगवान की कितनी जरुरत है . उन्होंने अंतिम संस्मरण मे लिखा है -मैं णमोकार मन्त्र पढ़ता  जाता था और रोता जाता था . आधे घंटे तक मंत्र पढ़ते -२ खूब रोया . तब डॉक्टर दूसरी बार चेकअप  करने आए तो उन्हें पहले से काफी बेहतर पाया . डॉक्टर  ने नर्सो से पूछा इनको अभी कौन सी दवा दी गई है ,नर्सो ने कहा कोई दवा नहीं दी गई हैं आपने कहा था अपने ईश्वर को याद करो इन्होने वही किया है . 
जेनेंदर कुमार ने अपने संस्मरण मे लिखा है कि मुझे बार-बार यही लगता था कि जीवन भर ऐसे निर्मल मन से भगवान को याद क्यों नहीं किया अब मृत्यु के समय मैं अपने भगवान को याद कर रहा हूँ . तो मुझे अपने पुरे जीवन पर रोना आया और मन भीग गया .  
 घरेलू नुस्खे 
नींबू : गुण में मीठा, स्वाद में खट्टा



* सुबह-शाम एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर पीने से मोटापा दूर होता है। 

* बवासीर (पाइल्स) में रक्त आता हो तो नींबू की फाक में सेंधा नमक भरकर चूसने से रक्तस्राव बंद हो जाता है।

* आधे नींबू का रस और दो चम्मच शहद मिलाकर चाटने से तेज खाँसी, श्वास व जुकाम में लाभ होता है। 

* नींबू ज्ञान तंतुओं की उत्तेजना को शांत करता है। इससे हृदय की अधिक धड़कन सामान्य हो जाती है। उच्च रक्तचाप के रोगियों की रक्तवाहिनियों को यह शक्ति देता है। 

* एक नींबू के रस में तीन चम्मच शकर, दो चम्मच पानी मिलाकर, घोलकर बालों की जड़ों में लगाकर एक घंटे बाद अच्छे से सिर धोने से रूसी दूर हो जाती है व बाल गिरना बंद हो जाते हैं। 

* एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर सेंधा नमक मिलाकर सुबह-शाम दो बार नित्य एक महीना पीने से पथरी पिघलकर निकल जाती है। 

* नींबू को तवे पर रखकर सेंक लें (दो भाग करके)। उस पर सेंधा नमक डालकर चूसें। इससे पित्त की दिक्कत खत्म होती है।


आज का शुभ विचार

आज का शुभ विचार




  • शुद्ध हृदय से निकला हुआ वचन कभी व्यर्थ नहीं जाता 

  • विपत्ति आने पर हिम्मत बनाए रखना  सबसे अच्छा उपाय  है . 


बुधवार, 24 जुलाई 2013

घरेलू नुस्खे

                                    घरेलू नुस्खे



जामुन स्वाद में खट्टा-मीठा होने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। 
जामुन और आम का रस बराबर मात्रा में मिलाकर पीने से मधुमेह के रोगियों को लाभ होता है। यह त्वचा का रंग बनाने वाली रंजक द्रव्य मेलानिन कोशिका को सक्रिय करता है, अतः यह रक्तहीनता तथा ल्यूकोडर्मा की उत्तम औषधि है।

              अस्थमा के अचूक घरेलू इलाज

दमा रोगी पानी में अजवाइन मिलाकर इसे उबालें और पानी से उठती भाप लें, यह घरेलू उपाय काफी फायदेमंद होता है। 4-5 लौंग लें और 125 मिली पानी में 5 मिनट तक उबालें। इस मिश्रण को छानकर इसमें एक चम्मच शुद्ध शहद मिलाएं और गरम-गरम पी लें। हर रोज दो से तीन बार यह काढ़ा बनाकर पीने से मरीज को निश्चित रूप से लाभ होता है।


                   हींग शक्तिशाली घरेलू औषधि

दांतों में कीड़ा लग जाने पर रात्रि को दांत में हींग दबाकर सोएं। कीड़े खुद-ब-खुद निकल जाएंगे। यदि शरीर के किसी हिस्से में कांटा चुभ गया हो तो उस स्थान पर हींग का घोल भर दें। कुछ समय में कांटा स्वतः निकल आएगा। हींग में रोग-प्रतिरोधक क्षमता होती है। दाद, खाज, खुजली व अन्य चर्म रोगों में इसको पानी में घिसकर उन स्थानों पर लगाने से लाभ होता है। हींग का लेप बवासीर, तिल्ली व उदरशोथ में लाभप्रद है। कब्जियत की शिकायत होने पर हींग के चूर्ण में थोड़ा सा मीठा सोड़ा मिलाकर रात्रि को फांक लें, सबेरे शौच साफ होगा।

शुभ विचार

                       शुभ विचार.                     


                               जय सिध्दि विनायक 

  • यदि आन्तरिक मन में अशान्ति  होगी तो सभी बाह्य चीज़ों में गड़बड़ी मालूम पडती हैं . 
  •       
  • हर किसी को अपने ज्ञान का तो अभिमान होता हैं ,लकिन अपने अभिमान का ज्ञान नहीं होता है। 


शुक्रवार, 19 जुलाई 2013

भाग्य निर्माता कौन है?

हम अपने भाग्य निर्माता खुद है





हम स्वंय अपने भाग्यनिर्माता है।

प्रत्येक व्यक्ति स्वंय अपना भाग्य निर्माता है ,आज का कर्म कल का भाग्य हैं ,इसलिए अपने हालातों के लिए 
किसी अन्य को दोषी न ठहराते  हुएं निरन्तर  श्रेष्ठ कार्यो  मे लगे रहना चाहिए .जेसे कर्म होंगे ,वेसा  फल मिलेगा .कई बार ऐसा प्रतीत होता हैं कि अच्छे कर्म करने के बावजूद परिणाम अनुरूप नहीं हैं ,किन्तु इसमें न तो विचलित होना चाहिए ,न भ्रमित होना चाहिए ,क्योंकि प्रक्रति के न्याय मे  कभी अन्याय नहीं होता .हो सकता हैं अतीत के कर्म वर्तमान को प्रभावित कर रहें हों, इसलिए कर्मफल पर दृढ आस्था रख कर परमार्थ अर्थात अच्छे कर्म करते रहना चहिये ।

English translation

We are our own destiny maker



 We ourselves are our own destiny makers.

 Every person is his own destiny maker, today's actions are tomorrow's fate, so be responsible for your circumstances.

 Without blaming anyone else, one should constantly be engaged in the best works. As the deeds will happen, they will get results. Many times it seems that despite doing good deeds, the results are not according, but in this one should neither be distracted nor confused  It should be done, because there is never any injustice in the justice of nature. Maybe the actions of the past are affecting the present, so keeping a strong faith in the results of the actions, one should continue to do good deeds.





शुभ विचार

  सुभाषित विचार
 जय सिध्दि विनायक
                                                                          

शुभ विचार 


किसी का बुरा न करे,किसी का बुरा न चाहे ,किसी को बुरा न समझे 

,तो कर्म योग आरम्भ हो जाता है .मेरा कुछ नहीं है ,मेरे को कुछ नहीं 

चाहिए मेरे को अपने लिए कुछ नहीं करना हैं इस सत्य को स्वीकार 

कर ले तो ज्ञान योग शुरू हो जाता है ।

याद रखो 

जो धन न्याय और सत्य के साथ उपार्जित किया गया है तथा जिसके 

उपार्जन मे किसी का अहित नहीं होता और किसी के साथ 

विश्वासघात नहीं होता ,वही धन पवित्र और सुखदायक है .जिसके 

पास ऐसा भगवान की सम्पति रूप पवित्र धन हैं और जो उसे निरंतर  सेवा मे  लगा रहा है वही वास्तव में धनी हैं ।

गुरुवार, 18 जुलाई 2013

सुविचार

                          आज का शुभ विचार

किसी चीज को समझने के लिए ज्ञान की जरुरत होती हैं 

,किन्तु उसे महसूूस करने के लिए अनुभव की 

आवश्यकता होती हैं ।


बुधवार, 17 जुलाई 2013

शुभ विचार




     

कभी कभी हम दूसरो को बदलने के लिए बाध्य कर देते

 हैं ,क्योंकि हम चाहते है कि वे वेसे ही बने ,जेसा हम 

चाहते हैं ।

मंगलवार, 16 जुलाई 2013

कल्याण तुम भगवान के हो ,भगवान् तुम्हारे है .

कल्याण 


याद रखो 

तुम भगवान  के हो ,भगवान् तुम्हारे है .उनसे अधिक निकटस्थ आत्मीय तुम्हारा कोई नहीं .वह तुम्हारी जितनी और जहाँ तक देखभाल करते हैं, उतनी और वहाँ तक की तुम कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. भगवान तुम्हारे दोषों को तुरंत क्षमा कर देगें और तुम्हे सदा के लिए अपना लेंगे .तुम एक बार उनकी सुहृदयता,आत्मीयता पर पूर्ण विश्वास करके उन्हें मुक्त हृदय से पुकार लो .शिव 

शुभ विचार



आज का शुभ विचार

जय सिध्दि विनायक 




हम सितारों की दूरी तथा समुंदर की गहराई का अन्वेषण करते हैं
 ,
परन्तु हम कौन हैं तथा इस संसार मे क्यों आए  हैं,इस विषय मे 

कितना जानते हैं ? इस विषय में जानने की कोशिश कीजिए.। 

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