/ "ईश्वर के साथ हमारा संबंध: सरल ज्ञान और अनुभव: जीवन में सफलता के सूत्र (भाग 1)

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शुक्रवार, 22 मई 2015

जीवन में सफलता के सूत्र (भाग 1)

जीवन में सफलता के सूत्र 


1 . जीवन का उद्देश्य निर्धारित करें -

उद्दे श्य के बिना व्यक्ति  के  जीवन का कोई  महत्व नहीं रखता ।मनुष्य का जीवन यूँ ही जीने के लिए नहीं हुआ हैं, यह तो कुछ करने के लिए हुआ हैं  ,जिससे उसका स्मरण मरने के बाद भी लोग कर सकें ।जीवन का उद्देश्य निश्चित करके उसको पूरा करने के लिए सावधानी पूर्वक कार्य करना चाहिए ।

2 . नित्य प्रभु -स्मरण करें -

प्रतिदिन प्रार्थना , स्तुति ,प्रभु के ध्यान के लिए कुछ समय अवश्य दें ।प्रतिदिन कार्य आरम्भ करने से पूर्व माता -पिता ,गुरु को अवश्य प्रणाम करें ;क्योंकि प्रभु की कृपा और माता -पिता के आशीर्वाद  के बिना सफलता सम्भव नहीं हैं ।

3. अपने काम को श्रेष्ठ मानें -

अक्सर ऐसा होता हैं जो जिस काम में हैं ,  वो उस काम में खुश नहीं होता ।नौकरी वाले को व्यवसाय और व्यवसाय वाले को नौकरी में अधिक लाभ दिखाई देता हैं ।नौकरी वाले  जीवन पराधीन लगता लगता हैं ।व्यापार  वाले को व्यापार में हर समय घाटे  
की चिंता बनी रहती हैं । किसान को खेती में मेहनत अधिक और आय कम  दिखती हैं ।किन्तु यदि आप पूरे  जीवन में ख़ुशी चाहते हैं तो अपने काम से प्यार करें ,अपने काम को ही श्रेष्ठ मानें ।

4 . कर्तव्य पालन जरुरी हैं -

माता -पिता के प्रति , भाई -बहन के प्रति ,पति के प्रति ,पत्नी के प्रति ,मित्र के प्रति ,बच्चो के प्रति क्या कर्तव्य हैं ?यह जानना  तथा उस पर  आचरण करना बुद्धिमानी हैं तथा जीवन को उन्नत बनाने के लिए विशेष महत्वपूर्ण हैं ।

5 . समय का सदुपयोग करें -

समय का सदुपयोग प्रत्येक कार्य को समय पर पूर्ण करके किया जा सकता हैं ।आलस्य या व्यर्थ की बातों में समय का   दुरूपयोग होता हैं ।अतः समय का सदुपयोग करना चाहिए ।वर्तमान समय को इतना खूबसूरत बना लें कि इन सुनहरे दिनों को कभी भूला न सके ।

6 . अपने कार्य में व्यस्त रहें -

एकाकीपन को दूर करने का सर्वोत्तम तरीका हैं -अपने आप को कार्य में व्यस्त रखना ।सदा किसी न किसी कार्य में व्यस्त रखने से खुशी  मिलती हैं । जितने भी महापुरुष हुएं वह सभी अपने लक्ष्य के प्रति सचेत रहे हैं व् सतर्क रहे । उनकी कार्य के प्रति समर्पित भावना से ही उन्हें कठिन कार्यो में भी सफलता प्राप्त हो  सकी ।

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जय श्री राधे

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