ओंकारेश्वर मंदिर: एक संपूर्ण परिचय
1. परिचय
ओंकारेश्वर मंदिर भारत के मध्य प्रदेश राज्य में नर्मदा नदी के तट पर स्थित एक प्रमुख ज्योतिर्लिंग मंदिर है। यह मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और हिन्दू धर्म में अत्यंत श्रद्धा और आस्था का केंद्र है।
2. भौगोलिक स्थिति
- स्थान: मंधाता द्वीप, नर्मदा नदी, खंडवा जिला, मध्य प्रदेश
- नजदीकी शहर: इंदौर (77 किमी दूर)
- पहुंचने के साधन: सड़क मार्ग, रेल मार्ग (खंडवा रेलवे स्टेशन), और हवाई मार्ग (इंदौर हवाई अड्डा)
3. धार्मिक महत्त्व
ओंकारेश्वर मंदिर को भगवान शिव के ओंकार स्वरूप का निवास माना जाता है। यहाँ भगवान शिव की पूजा दो रूपों में होती है:
- ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग – यह नर्मदा नदी के बीच स्थित मंधाता पर्वत पर स्थित है।
- ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग – यह मुख्य मंदिर के सामने नर्मदा नदी के दक्षिणी तट पर स्थित है।
4. पौराणिक कथा
कहा जाता है कि एक बार विद्याधर नामक राजा ने कठोर तपस्या करके भगवान शिव को प्रसन्न किया। उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें ज्योतिर्लिंग के रूप में दर्शन दिए। एक अन्य कथा के अनुसार, आदि शंकराचार्य ने यहाँ शिव की आराधना की थी और वे यहीं अपने गुरु से मिले थे।
5. मंदिर की वास्तुकला
- मंदिर प्राचीन नागर शैली में बना हुआ है।
- यह नर्मदा नदी के बीच स्थित एक द्वीप पर स्थित है, जिसका आकार 'ॐ' के समान है।
- मंदिर के गर्भगृह में स्वयंभू शिवलिंग स्थित है।
- चारों ओर सुंदर मंदिर और घाट बने हुए हैं।
6. प्रमुख धार्मिक अनुष्ठान एवं पर्व
- महाशिवरात्रि: यहाँ विशाल मेला लगता है और भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।
- श्रावण मास: इस महीने में विशेष पूजा और जलाभिषेक किए जाते हैं।
- नर्मदा जयंती: यह पर्व नर्मदा नदी के महत्व को दर्शाता है और भव्य रूप से मनाया जाता है।
7. अन्य दर्शनीय स्थल
- सिद्धनाथ मंदिर – प्राचीन शिव मंदिर
- अहिल्या घाट – ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल
- गौरी सोमनाथ मंदिर – ऐतिहासिक शिव मंदिर
- कपिल धारा – प्राकृतिक जलप्रपात
8. यात्रा सुझाव मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है।
- मंदिर में दर्शन के लिए प्रातः 5:00 AM से रात्रि 10:00 PM तक का समय निर्धारित है।
- नर्मदा आरती का अनुभव अवश्य लें।
निष्कर्ष
ओंकारेश्वर मंदिर एक दिव्य और पवित्र स्थल है जो भक्तों को आध्यात्मिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है। यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि ऐतिहासिक और प्राकृतिक सौंदर्य से भी भरपूर है। अगर आप भगवान शिव के भक्त हैं या आध्यात्मिक यात्रा पर जाना चाहते हैं, तो ओंकारेश्वर मंदिर अवश्य जाएं।