/ "ईश्वर के साथ हमारा संबंध: सरल ज्ञान और अनुभव: क्रोध करने के नुकसान और परिणाम

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गुरुवार, 9 सितंबर 2021

क्रोध करने के नुकसान और परिणाम

                      क्रोध  करने के नुकसान और परिणाम


       जो व्यक्ति बदले की भावना रखता है दरअसल वो अपने ही घाव हरे रखता है। एक इंसान गुस्से में अपना मुंह खोल लेता है और आंखें बंद कर लेता है जिससे उसे कुछ दिखाई नहीं देता है और वो काले अंधेरे में कुछ भी कर बैठता है , लेकिन ध्यान रहें ये अंधेरा आपके साथ भी कुछ भी कर सकता हैं।

    गुस्सा एक तरह का पागलपन है जो बेवकूफों के दिल में ही बसता है ये एक ऐसी हवा है जो बुद्धि के दिया को बुझा देती है। कोई भी गुस्सा हो सकता है ये करना आसान है। लेकिन सही इंसान पर सही सीमा में सही समय पर और सही वजह से और सही तरीके के साथ क्रोधित होना आसान नहीं हैं।

     गुस्से के कारण की तुलना में उसके परिणाम ज्यादा जोखिम भरे होते है। क्रोध को पाले रखना किसी और पर फेकने की नियत से पकड़े रहने के जैसा है इससे आपका ही हाथ जलता हैं।

    गुस्से पर अगर काबू (control) न किया जाए तो वो जिस चोट के कारण आया हो उससे कही ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है। जैसे माचिश की तिल्ली किसी दुसरे को जलाने से पहले खुद को जलाती है इसी तरह गुस्सा पहले आपको बर्बाद करता है उसके बाद दुसरे को।

        मतलब, क्रोध गुस्सा करने वाले को हमेशा ज्यादा नुकसान पहुंचाता है बजाय उसके जिस पर आप गुस्सा होते है। क्रोध आने पर चिल्लाने के लिए ताकत चाहिए लेकिन क्रोध आने पर चूप रहने के लिए उससे भी ज्यादा ताकत चाहिए।

     गुस्से में बोला गया हर एक शब्द इतना ज्यादा जहरीला बन जाता है की आपकी जिंदगी की हर प्यारी बातों को एक मिनट में खत्म कर सकता है ये एक बहुत चालाक चीज है और ये हमेशा कमजोर लोगों पर ही निकलता है।

        अगर आप सही है तो आपको क्रोधित होने की जरूरत नहीं है और अगर आप गलत है तो आपको गुस्सा होने का कोई हक़ नहीं है। क्रोध एक भयानक आग की तरह है जो इंसान इस आग को वश में कर लेता है वो इसे बुझा देता है। और जो इसे वश में नहीं कर पाता है वो इस आग में खुद जल जाता है। क्रोध एक ऐसी परिस्थिति है जिसमे जीभ दिमाग से ज्यादा तेज चलती है। गुस्से में किसी को कोई जवाब न दो, बहुत खुश होने पर किसी से कभी वादा मत करो और दु:खी मन से कोई फैसला मत करो।

       जैसे उबलते हुए पानी में परछाई नहीं दिखती है वैसे ही गुस्से में कोई भी इंसान सच नहीं देख सकता। इसलिए 2 कोड़ी की बात पर 2 करोड़ का गुस्सा करना फायदे की बात नहीं ।

अगर आप क्रोध पर काबू पाना चाहते हैं तो जब हमे क्रोध आए तो क्या करें?इस पेज पर देख सकते हैं

    

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जय श्री राधे

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