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शुक्रवार, 2 अगस्त 2013

                                          घरेलू नुस्खे                                    



क्रोध भगाएँ

anger
appleदो पके मीठे सेब बिना छीले प्रातः खाली पेट चबा-चबाकर खाने से गुस्सा शान्त होता है। पन्द्रह दिन लगातार खायें। थाली बर्तन फैंकने वाला और पत्नि और बच्चों को मारने पीटने वाला क्रोधी भी क्रोध से मुक्ति पा सकेगा।
जिन व्यक्तियों के मस्तिष्क दुर्बल हो गये हो और जिन विद्यार्थियों को पाठ  याद नहीं रहता हो तो इसके सेवन से थोड़े ही दिनों में दिमाग की कमजोरी दूर होती है और स्मरण शक्ति बढ़ जाती है। साथ ही दुर्बल मस्तिष्क के कारण सर्दी-जुकाम बना रहता हो, वह भी मिट जाता है।

आपका कल्याण तभी संभव है।

कल्याण 


भक्त वह है जो भगवान का हो गया है ,जिसका सब कुछ भगवान के समर्पण हो गया हैं।  ऐसा भक्त ही मुक्त पुरुष हैं ;क्योंकि जब तक अविद्या विद्यमान रहती हैं ,तब तक मनुष्य भगवान का न होकर संसार का -संसार के भोगो का गुलाम रहता हैं;  वह मुक्त नहीं है और जो ऐसा हैं ,वह सब कुछ भगवान  के अर्पण करके भगवान का हो नहीं सकता।  इसलिए जो भक्त होता हैं ,वह अविद्या से -अज्ञान से मुक्त होकर भगवान की महिमा को जानने वाला होता है।  

subhashit vichar(shubh vichar/auspicious views

जब तक आप  प्रयत्न  करना  बंद न कर दें ,अंतिम  परिणाम  घोषित  नहीं  किया  जा सकता ।  



वृक्ष अपने सिर पर  गर्मी  सह लेता हैं  परन्तु अपनी छाया  से औरों  को गर्मी से बचाता  हैं।  



सावधान रहिए  आपकी प्रत्येक अभिव्यक्ति  क्रिया की प्रतिक्रिया होती है।  

सोमवार, 29 जुलाई 2013

 घरेलू नुस्खे 
नींबू : गुण में मीठा, स्वाद में खट्टा



* सुबह-शाम एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर पीने से मोटापा दूर होता है। 

* बवासीर (पाइल्स) में रक्त आता हो तो नींबू की फाक में सेंधा नमक भरकर चूसने से रक्तस्राव बंद हो जाता है।

* आधे नींबू का रस और दो चम्मच शहद मिलाकर चाटने से तेज खाँसी, श्वास व जुकाम में लाभ होता है। 

* नींबू ज्ञान तंतुओं की उत्तेजना को शांत करता है। इससे हृदय की अधिक धड़कन सामान्य हो जाती है। उच्च रक्तचाप के रोगियों की रक्तवाहिनियों को यह शक्ति देता है। 

* एक नींबू के रस में तीन चम्मच शकर, दो चम्मच पानी मिलाकर, घोलकर बालों की जड़ों में लगाकर एक घंटे बाद अच्छे से सिर धोने से रूसी दूर हो जाती है व बाल गिरना बंद हो जाते हैं। 

* एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर सेंधा नमक मिलाकर सुबह-शाम दो बार नित्य एक महीना पीने से पथरी पिघलकर निकल जाती है। 

* नींबू को तवे पर रखकर सेंक लें (दो भाग करके)। उस पर सेंधा नमक डालकर चूसें। इससे पित्त की दिक्कत खत्म होती है।


अपने गुणों को महत्व दें

                अपने गुणों को महत्व दें 

आप अपने गुणों को स्वंय महत्व नहीं देते ,तो यह मत सोचिएगा कि कोई मसीहा आएगा और मेरे टैलेंट को देखकर मुझे फर्श से अर्श पर पहूँचाएगा इस गलत धारणा को ख़त्म कीजिए ,क्योंकि एक ही व्यक्ति आपका उद्धार कर सकता हैं ,और एक ही व्यक्ति आपको बर्बाद कर सकता हैं-वह आप स्वयं हैं . ऐसे बहुत से उदाहरण है जिनमे लोग बेहतरीन स्कूल ,कॉलेज  में पढ कर भी भयंकर तथा गेरकानुनी  गतिविधियों मे फँस गए ,तथा बहुत साधारण स्कूल,कालेजो में पढ़कर भी दुनियां के आकाश का चमकता सितारा बने . 
इसका मतलब यह नहीं जो अच्छे नंबर लेकर पास हुएं हैं ,वो बेकार हैं ,वो अच्छे हैं . पर जिन्हें टॉप  कॉलेजो में दाखिला नहीं मिला वो यह न समझे कि वो बेकार हैं . इस संसार में हम सभी को कभी-न-कभी ,किसी-न-किसी जगह अच्छा प्रदर्शन करने का मौका मिलता हैं . 
जिस जगह भी प्रकति ने आपको विराजमान किया हैं ,वहीँ आपका जीवन रूपी राकेट का लोंचिंग पैड होना चहिये . (लोंचिंग पैड वह जगह होती हैं जहाँ से रोकेट अन्तरिक्ष के लिए उड़ता हैं) . जरा इस बात पर  सोचिएगा . ॐ 

गुरुवार, 25 जुलाई 2013

जीवन में भगवान की कितनी जरूरत है!

कितनी जरुरत है जीवन मे भगवान की 

जितना भीगता है मन ,उतना ही निर्मल हो जाता है . प्रख्यात साहित्यकार जॆनेन्द्र कुमार के जीवन का एक उदाहरण है -जीवन के आखिरी समय मे उन्हें लकवा मार गया था ,बोलना भी मुश्किल था . तब जो भी उन के पास आता ,उसे देखकर उनकी आखों मे आंसू गिर जाते इससे मालूम हो जाता कि पहचान लिया एक बार गले मे बहुत अधिक कफ जमा हो गया ,डॉक्टर ने कहा अब ठीक होने की कोई उम्मीद नहीं है बस अपने भगवान को याद करो . तब पहली बार उनको लगा कि जीवन मे भगवान की कितनी जरुरत है . उन्होंने अंतिम संस्मरण मे लिखा है -मैं णमोकार मन्त्र पढ़ता  जाता था और रोता जाता था . आधे घंटे तक मंत्र पढ़ते -२ खूब रोया . तब डॉक्टर दूसरी बार चेकअप  करने आए तो उन्हें पहले से काफी बेहतर पाया . डॉक्टर  ने नर्सो से पूछा इनको अभी कौन सी दवा दी गई है ,नर्सो ने कहा कोई दवा नहीं दी गई हैं आपने कहा था अपने ईश्वर को याद करो इन्होने वही किया है . 
जेनेंदर कुमार ने अपने संस्मरण मे लिखा है कि मुझे बार-बार यही लगता था कि जीवन भर ऐसे निर्मल मन से भगवान को याद क्यों नहीं किया अब मृत्यु के समय मैं अपने भगवान को याद कर रहा हूँ . तो मुझे अपने पुरे जीवन पर रोना आया और मन भीग गया .  
 घरेलू नुस्खे 
नींबू : गुण में मीठा, स्वाद में खट्टा



* सुबह-शाम एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर पीने से मोटापा दूर होता है। 

* बवासीर (पाइल्स) में रक्त आता हो तो नींबू की फाक में सेंधा नमक भरकर चूसने से रक्तस्राव बंद हो जाता है।

* आधे नींबू का रस और दो चम्मच शहद मिलाकर चाटने से तेज खाँसी, श्वास व जुकाम में लाभ होता है। 

* नींबू ज्ञान तंतुओं की उत्तेजना को शांत करता है। इससे हृदय की अधिक धड़कन सामान्य हो जाती है। उच्च रक्तचाप के रोगियों की रक्तवाहिनियों को यह शक्ति देता है। 

* एक नींबू के रस में तीन चम्मच शकर, दो चम्मच पानी मिलाकर, घोलकर बालों की जड़ों में लगाकर एक घंटे बाद अच्छे से सिर धोने से रूसी दूर हो जाती है व बाल गिरना बंद हो जाते हैं। 

* एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर सेंधा नमक मिलाकर सुबह-शाम दो बार नित्य एक महीना पीने से पथरी पिघलकर निकल जाती है। 

* नींबू को तवे पर रखकर सेंक लें (दो भाग करके)। उस पर सेंधा नमक डालकर चूसें। इससे पित्त की दिक्कत खत्म होती है।


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