/ "ईश्वर के साथ हमारा संबंध: सरल ज्ञान और अनुभव: puja for girls who are facing marriage problem

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गुरुवार, 6 मार्च 2014

puja for girls who are facing marriage problem

कन्या के शीघ्र विवाह का अनुष्ठान 


अधिकतर संभ्रांत परिवारो के लोगो को अपनी कन्या के विवाह के लिए विशेष प्रयत्न करने पर भी दहेज़ आदि समस्याओ के कारण तथा अन्य किसी और कारण से विवाह नहीं हो पाता और कन्या भीदुःखी हो जाती हैं और वह उपाय पूछती हैं। 
इसके लिए कन्याओ के द्वारा यह अनुष्ठान करना चाहिए इस में जो ऊपर चित्र दिया गया हैं उस का प्रतिदिन चंदन पुष्प आदि से पूजन करके नीचे लिखे मन्त्र कि 11 माला का जप करना चाहिए। 11 न हो सके तो 5 माला का ,और 5 भी न हो सके तो कम -से -कम 1 माला का जप तो जरुर करना चाहिए और सच्चे ह्रदय से माँ से प्रार्थना करते हुए नीचे लिखी हुई चौपाइयों का पाठ करना चाहिए। श्रद्धा -भक्तिपूर्वक करने पर इस प्रयोग से शीघ्र सफलता मिलती हैं। तथा विवाहिक जीवन सुखी होता हैं -
मंत्र यह हैं -

"He Gauri Shankarardhangi! Yatha Tvam Shankarpriya Tatha maam Kuru Kalyani! Kantkaantam Sudurlabhaam" 
प्रतिदिन इसका एक बार पाठ अवश्य करे -
जय -जय गिरिराज किशोरी। जय महेश मुख चंद चकोरी।।
जय गजबदन षडानन माता। जगत जननि दामिनि दुति गाता।।
नहि तव आदि मध्य अवसाना। अमित प्रभाउ बेदु नहि जाना।।
भव भव बिभव पराभव कारिनि। बिस्व बिमोहनि स्वबस बिहारिनि।।
पतिदेवता सुतीय महुँ मातु प्रथम तव रेख। 
महिमा अमित न सकहिं कहिं सहस सारदा सेष।।
सेवत तोहि सुलभ फल चारी। बरदायनी पुरारी पिआरि।।
देबि पूजि पद कमल तुम्हारे। सुर नर मुनि सब होहिं सुखारे।।
मोर मनोरथ जानहु नीकें। बसहु सदा उर पुर सबहीं कें।।
कीन्हेउँ प्रगट न कारन तेहिं। अस कहिं चरन गहे बैदेहीं।।
बिनय प्रेम बस भई भवानी। खसी माल मूरति मुसुकानी।।
सादर सियँ प्रसादु सिर धरेऊ। बोलि गौरी हरषु हियँ भरेऊ।।
सुनु सिय सत्य असीस हमारी। पूजहि मनकामना तुम्हारी।।
नारद बचन सदा सुचिं साचा। सो बरु मिलिहि जाहिं मनु राचा।।
मनु जाहिं राचेउ मिलिहि सो बरु सहज सुंदर साँवरो। 
करुना निधान सुजान सीलु सनेहु जानत रावरो।।
एहि भाँति गौरी असीस सुनि सिय सहित हियँ हरषीं अली।।
तुलसी भवानिहि पूजि पुनि पुनि मुदित मन मंदिर चली।।
जानि गौरी अनुकूल सिय हिय हरषु न जाइ कहि। 
मंजुल मंगल मूल बाम अंग फरकन लगे।।

उपरोक्त विधि द्वारा पूरे विश्वास के साथ हमे प्रार्थना करनी चाहिए बाकि उसे पूरा करना या न करना सिर्फ हमारी माँ के हाथ में हैं। लकिन वो हम सबकी जगत जननी माँ हैं तो वो जो भी करेगी उसमे ही हमारी भलाई छुपी होगी।
(कल्याण के द्वारा )

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जय श्री राधे

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